अखिल भारतीय पोवारी साहित्य/कवि सम्मेलन अद्भुत गरिमामय प्रस्तुती के साथ संपन्न

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न्यूजप्रभात वृत्तसेवा

दि. 3 फरवरी 2024 को तुमसर के गौरीशंकर लॉन मे पोवार (पंवार) महासंघ के दुसरे अधिवेशन के साथ सुमधूर पोवारी सरस्वती वंदना से अखिल भारतीय चौथे पोवारी साहित्य सम्मेलन की सुरूवात.

सम्मेंलनाध्यक्ष के रूप में इतिहासकार ओ. सी. पटले सर, उद्घाटक के रूप में श्री रमेश बोपचे आनंदवन, प्रमुख अतिथी ज्येष्ठ साहित्यिक श्री ऋषी बिसेन IRS अप्पर आयुक्त (आयकर) , प्राचार्य शेखराम येळेकर, श्री मुन्नालाल रहांगडाले पोवार महासंघ के सरंक्षक, श्री नरेश गौतम उपविभागीय अभियंता CPWD भोपाल की उपस्थिती के साथ महाराष्ट्र से मुंबई, नागपूर, भंडारा, तुमसर, तिरोड़ा, गोंदिया, आमगांव, सालेकसा, सडक अर्जुनी तहसील, मध्यप्रदेश से बालाघाट, सिवनी जिला तथा छत्तिसगढ़ राज्य और देशभर से आये हुए पोवार समाज के साहित्यप्रेमियों की गरिमामय उपस्थिती रही.
प्रस्ताविक में इंजी. गोवर्धन बिसेन द्वारा लुप्तप्राय हो रही ‘पोवारी बोली संवंर्धन के लिए बोली लिपीबद्ध होने की आवश्यकता और पोवारी साहित्यकारों द्वारा हो रहे प्रयास’ इस विषयपर जानकारी दी गयी.

सम्मेलन में पूर्व प्रकाशित 15 पोवारी किताबों का हुआ लोकार्पण

1. देवघर (पोवारी काव्य संग्रह) – श्री ऋषी बिसेन IRS
2. पोवारी (कविता संग्रह) – श्री ऋषी बिसेन IRS
3. पोवारी भाषा का परिचय – श्री ऋषी बिसेन IRS
4. पोवारी भाषा संवर्धन, मौलिक सिंद्धांत व व्यवहार – इतिहासकार ओ. सी. पटले
5. पोवार (इतिहास संशोधन) – इंजी. महेन पटले
6. मयरी (पोवारी काव्य संग्रह) – इंजी. गोवर्धन बिसेन
7. पोवारी आराधना (काव्य संग्रह) – प्राचार्य शेखराम येळेकर
8. पोवारी काव्यदीप – श्री डी. पी. रहांगडाले
9. पोवारी काव्य जतरा – – सौ. छाया सुरेंद्र पारधी
10. पोवारी हाना – सौ. छाया सुरेंद्र पारधी
11. नवतरी (पोवारी बालकथा संग्रह) – श्री गुलाब बिसेन
12. फिपोली (संपादित बालकाव्य संग्रह) – श्री गुलाब बिसेन
13. लाख्तकाळ (पोवारी कविता संग्रह) – सौ. वर्षा पटले
14. पोवार कुनबा को थाट (पोवारी काव्य संग्रह) – श्री तुमेश पटले
15. पोवारों की गौरव गाथा – श्री नितेश एल. भगत

सम्मेंलन मे नई प्रकाशित 9 किताबों का हुआ विमोचन

1. 2018 की पोवारी भाषिक क्रांति – इतिहासकार ओ. सी. पटले
2. पोवारोत्थान (लेख व काव्य संग्रह) – डॉ. विशाल बिसेन
3. पंवारी संस्कार (पोवारी लेख, कथा अना काव्य संग्रह) – श्रीमती बिंदु बिसेन
4. पुरक्षाइनको गौरवशाली इतिहास (लेख, संस्मरण व लघुकथा संग्रह) – इंजी. गोवर्धन बिसेन
5. पंतूना (पोवारी काव्य संग्रह) – डॉ. प्रल्हाद हरिणखेडे
6. परी पोवारी (पोवारी काव्य संग्रह) – डॉ. प्रल्हाद हरिणखेडे
7. मोहतूर (पोवारी काव्य संग्रह) – डॉ. हरगोविद टेंभरे
8. गावतर (बालकथा संग्रह) – श्री गुलाब बिसेन
9. पोवारी गर्जना (काव्य संग्रह) – श्री यशवंत कटरे

भविष्य में प्रकाशित होनेवाली 10 किताबों के मुखपृष्ठ का हुआ विमोचन

1. पोवारी भाषा परिचय एवं इतिहास – इतिहासकार ओ. सी. पटले
2. पोवारी व पोवार अतीत – इंजी महेन पटले
3. होये समृद्ध पोवारी (पोवारी काव्य संग्रह) – इंजी. गोवर्धन बिसेन
4. मायारू मोरी बोली (पोवारी काव्य संग्रह) – श्री उमेंद्र युवराज बिसेन
5. गावखारी (पोवारी काव्य संग्रह) – महेंद्र रहांगडाले
6. परंपरागत पोवारी हाना – सौ. वर्षा पटले
7. माहेर (पोवारी काव्य संग्रह) – सौ. ओमलता परिहार प्टले
8. दस्तुर पोवारी क (गद्य संग्रह) – श्री डी. जी. बिसेन
9. संभलकर रवनो (पोवारी नाटक) – पालिकचंद बिसने
10. पोवारी पयचान (काव्य संग्रह) – श्रीमती शारदा चौधरी

सम्मेलन में 14 कवियों द्वारा पोवारी कविताओं की गरिमामय प्रस्तुती

1. कवि – हिरदीलाल ठाकरे
2. कवि – प्राचार्य डॉ. शेखराम येळेकर
3. कवि – डॉ. प्रल्हाद हरिणखेडे “प्रहरी”
4. कवि – गोवर्धन बिसेन ‘गोकुल’
5. कवि – डॉ. हरगोविद टेंभरे
6. कवि – श्री यादोराव चौधरी
7. कवि – श्री पालिकचंद बिसने
8. कवयित्रि – श्रीमती वंदना कटरे “राम कमल”
9. कवयित्रि – सौ. वर्षा विजय रहांगडाले
10. कवयित्रि – सौ. शारदा चौधरी रहांगडाले
11. कवयित्रि – सौ. छाया सुरेंद्र पारधी
12. कवि – श्री उमेंद्र युवराज बिसेन “प्रेरित” जी
13. कवि – श्री शेषराव येळेकर जी
14. कवि – श्री गुलाब बिसेन सर
सुत्र संचालन इंजी. गोवर्धन बिसेन एवं उमेंद्र बिसेन ने किया.
आभारप्रदर्शन के बाद पोवारी बोली में अनुवादित ‘पसायदान’ से अखिल भारतीय चौथे पोवारी साहित्य सम्मेलन का समापन.