वीर राजे चिमना बहादुर फाउंडेशन, गोंदिया के विजय बाहेकर के अथक प्रयास के कारण 1818 के स्वतंत्रता संग्राम के जनक परगने कामठा के सर्वोच्च जमींदार चिमना बहादुर का लुप्तप्राय इतिहास 2018 में इतिहासकार प्राचार्य ओ सी पटले इनकी लेखनी से साकार एवम् प्रकाशमान हुआ। वीर राजे चिमना बहादुर के वंशज पूर्व प्राचार्य श्यामराव बाहेकार एवं श्रीमती सुशीला बाई समाज कार्य के लिए विशेष पहचान प्राप्त है। उनके जीवन चरित्र एवं कार्य से नयी पीढ़ी को प्रेरणा प्राप्त हो इस उद्देश्य से एक डाक्यूमेंट्री फिल्म (वृत चित्र) का निर्माण किया गया। यह डाक्यूमेंट्री फिल्म सुरेश बाहेकार नागपुर के सहयोग से भारत स्टुडियो आमगांव के संचालक एवं भवभूति रिसर्च अकॅडमि के उपाध्यक्ष संतोष पुंडकर द्वारा निर्मित की गई। डाक्यूमेंट्री फिल्म के निर्माण के लिए जेरी पुंडकर, मुंबई के साथ नौ व्यक्तियों की एक विशेष टीम आमगांव आयी थी। लगातार पांच दिनों तक फिल्म कॅमरे, ड्रोन आदि उपकरणों की सहायता से यह डाक्यूमेंट्री का निर्माण किया है।
विदर्भ के आमगांव जैसे सांस्कृतिक, शैक्षणिक, राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण शहर में मुंबई की टीम के सहयोग से भारत स्टुडियो आमगांव द्वारा उच्च कोटि की डाक्यूमेंट्री फिल्म बनाने का कार्य संपूर्ण विदर्भ में अत्यंत गौरवास्पद है।