गोंदिया जिला प्रतिनिधि
माइकल मेश्राम
सालेकसा.तहसील के ग्राम पंचायत कावराबंध अंर्तगत ग्राम ब्राम्हणनटोला निवासी रूमनलाल कैलाश दशरिया (मृतक) निवासी ब्राम्हणनटोला उम्र 38 साल दि. 21अप्रैल 2024 को शाम 4.14 मिनट पर सालेकसा रेलवे स्टेशन पर जाकर खुदकुशी करने का मामला सामने आया था। इस मामले में अब नया मोड़ सामने आते दिख रहा है।
बता दे की मृतक के परिजन पत्नी अमरबती रूमनलाल दशरिया उम्र 34 साल, भाई विकाश कैलाश दशरिया उम्र 35 साल ने आरोप लगाया है की, दि 21 अप्रैल को मृतक एवं खेमेंद्र दुलीचंद दशरिया उम्र 22 साल निवासी ब्राम्हणनटोला के साथ दोपहर में रास्ते पर वाहन खड़ी होने से सईड नही दिए जाने के वजह से चौक पर खेमेंद्र ने मृतक के साथ हातापाई किया था। जिसमे मृतक को कान एवं गाल से रक्त स्राव हुवा था। लोगो के बीच बचाव करने पर दोनो के बीच का चल रहा झगड़ा छुड़ाया गया था। इतना ही नहीं बाद इसके खेमेंद्र मृतक के घर जाकर पत्नी अमरबती को लड़की के समक्ष 2 घंटे में पति रूमनलाल को मारने की धमकी देकर चला गया। इस बात की जानकारी लगने पर मृतक उस दिन पुलिस स्टेशन सालेकसा रिपोर्ट लिखवाने जाने के नाम पर घर से निकाला वह पुलिस स्टेशन पहुंचा परंतु उसकी शिकायत पुलिस द्वारा नही लिए जाने पर मानसिक रूप से परेशान होकर शाम 4 बजे के करीब सालेकसा के रेलवे स्टेशन पर रूमनलाल ने आत्महत्या कर ली थी। इस पर खेमेंद्र दुलीचंद दशरिया एवं सालेकसा पुलिस को दोषी मानकर परिजन ने पत्रकार परिषद मे आरोप लगाया है। उनका आरोप है की यादि उस दिन खेमेंद्र ने उसे मारपीट नही की होती तो वह पुलिस स्टेशन सालेकसा नही जाता साथ ही समय पर यदि पुलिस ने शिकायत दर्ज कर लिया होता एवं हरकत में आकर खेमेंद्र पर शिकंजा कसा होता तो रूमनलाल ने आत्महत्या नही की होती। इस स्थिति में खेमेंद्र एवं सालेकसा पुलिस दोनो ही रूमालाल के मौत के दोषी है। ऐसा आरोप परिजन ने पत्रकार परिषद में लगाया है।
अब देखना यह है की इस खबर के प्रकाशित होने के बाद वरिष्ठ आला अधिकारी खेमंद्र एवं सालेकसा पुलिस पर एक्शन लेंगे ? या फिर रूमानलाल की मौत को रेलवे अपघात बता कर इस केस को बंद कर दिया जायेगा ? परिजन ने पत्रकार परिषद के माध्यम से इंसाफ मिलने की अपील वरिष्ठ अधिकारियों से की है।