रोजगार देने के नाम पर जनता को धोखा देने वाले विधायक कोरोटे को उप-सरपंच गुणाराम मेहर का आव्हान

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जबाबदारी लेते हो तो मैं राजीनामा दे दूंगा

सालेकसा / मायकल मेश्राम

सालेकसा तहसील तहत अतिदुर्गम नक्सल प्रभावित तथा वन संपदा से आच्छादित पिपरिया ग्रामपंचायत में फिलहाल “शह और मात” का खेल चल रहा है। मामला विभागीय आयुक्त से लेकर ग्रामविकास मंत्रालय तक पहुंच गया किंतु इसका हल निकालने का उच्च अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि कोई प्रयास नहीं कर रहे हैं। मामले को सुलझाने के बजाय उलझाने का प्रयत्न हाल ही में क्षेत्रीय विधायक सहषराम कोरोटे ने पिपरिया में आकर किया है।
     उनके इस उलझानेवाले बयान को लेकर उप-सरपंच गुणाराम मेहर ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से विधायक सहषराम कोरोटे को आव्हान किया है कि निर्माणाधीन एबीस एक्सपोर्ट के माध्यम से पोल्ट्रीफार्म से भविष्य में उत्पन्न समस्याओं की जवाबदारी यदि विधायक सहषराम कोरोटे लेते हैं तो गुणाराम मेहर अपने उपसरपंच पद से राजीनाम देने को तैयार है। उन्होंने कहा कि किसानों के खेतों तक सिंचाई का पानी उपलब्ध कराने वाले नहरों की दुरिस्ती जो विधायक नहीं करवा सके वे पिपरिया के युवाओं को रोजगार देने का झांसा देने का प्रयास कर रहे हैं।

     गुणाराम मेहर ने बताया कि ऐबीस एक्सपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड इंदामारा,जिला राजनांदगांव की ओर से पिपरिया ग्राम पंचायत के हद में लगभग 60 एकर जमीन खरीद कर पोल्ट्री फार्म निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया गया है जिसमें पिपरिया ग्राम पंचायत के सरपंच अनिल सोयाम ने विधायक कोरोटे के दम पर बगैर आगे-पीछे सोचे समझे रुपयों के लालच में आकर अनापत्ति प्रमाणपत्र सहित दिनांक 26/05/2023 के ग्रामसभा का ठराव दे दिया है।
       पिपरिया की जनता को मालूम है कि इसकी किसीको भनक भी नहीं है। जब कंपनी का कार्य प्रारंभ हुआ तब धीरे-धीरे बातें सामने आयी है। उक्त पोल्ट्री फार्म से भविष्य में उत्पन्न परीनामों को ध्यान में रखते हुए गुणाराम मेहर ने आपत्ति जताते हुए इसकी शिकायत दिनांक 24/11/2023 को माननीय विभागिय आयुक्त को की है। जिसकी जांच अभी शुरू ही है कि विधायक कोरोटे ने हाल ही में कार्यस्थल को भेट देकर गुणाराम मेहर के खिलाफ जनाक्रोश भड़काने का प्रयास करते हुए पोल्ट्री फार्म के माध्यम से क्षेत्रीय जनता को रोजगार उपलब्ध कराने की बात सार्वजनिक तौर पर की है। जिससे धीरे-धीरे पिपरिया क्षेत्र में अशांति निर्माण होने की शंका जताई जा रही है। जबकि आगामी कुछ ही दिनों में विधानसभा के चुनाव है।
       भोली-भाली जनता को क्या पता कि इस पोल्ट्री फार्म के भविष्य में भयंकर परिणाम आने वाले हैं और उसके भुक्तभोगी पिपरिया के निवासी ही होंगे और इसी बात को उजागर होने के डर से आपसी में लेनदेन कर पोल्ट्रीफार्म के मालिक ने सरपंच तथा विधायक से मिलकर अनापत्ती प्रमाणपत्र सहित ग्रामसभा का ठराव ले लिया और कार्य भी प्रारंभ कर लिया। जबकि अनापत्ति प्रमाण पत्र हेतु उक्त आवेदन के साथ संबंधित मालक ने संबंधित जमीन का एन.ए. प्रमाणिकरण पत्र,प्रदूषण नियंत्रण मंडल का अनापत्ति प्रमाण पत्र,वन विभाग तथा वन विकास महामंडल का अनापत्ति प्रमाण पत्र,गोंदिया पाठ बंधारे विभाग का अनापत्ति प्रमाण पत्र,स्वास्थ्य विभाग का अनापत्ति प्रमाण पत्र,पशुधन विकास विभाग का अनापत्ति प्रमाण पत्र,बिजली विभाग का प्रमाण पत्र तथा सार्वजनिक लोक निर्माण विभाग की ओर से संबंधित जगह का दूरी प्रमाण पत्र सलंग्नित करना अनिवार्य था। तत्पश्चात उक्त आवेदन को ग्राम पंचायत के मासिक सभा में वाचन हेतु रखकर उसे मंजूरी प्रदान कर ग्राम सभा के विषय सूची में रखकर इस संबंध में अनापत्ति प्रमाण पत्र देने संबंधी विशेष ग्राम सभा का आयोजन करके इस बात को समस्त पिपरिया की जनता को अवगत कराना अनिवार्य था। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ यह बात पूरी पिपरिया की जनता जानती हैं। संबंधित कंपनी मालक,सरपंच और विधायक महोदय को इस बात की आशंका जरूर थी कि यह मामला जनता के बीच रखने के बाद समस्या निर्माण हो सकती है। और अनापत्ति प्रमाण पत्र ग्राम सभा में मंजूर होना मुश्किल काम है। और इसीलिए इस कार्य को अंधेरे में चुपचाप करके दिनांक 26/05/2023 को संपन्न ग्राम सभा के अहावल में अध्यक्ष के अनुमति से आने वाले विषय में दर्शाकर सब गोलमाल कर दिया गया और बात की पोल खुलने के डर से गुणाराम मेहर की हत्या करने की साजिश रची गई थी। इस सारे प्रकरण का संज्ञान लेते हुए गुणाराम मेहर ने विधायक सहषराम कोरोटे से आव्हान किया है कि यदि वे सही मायने में पिपरिया में पोल्ट्री फार्म के माध्यम से जनता को रोजगार दिलाने के मानसिकता में हैं ; तो कोई भी षडयंत्र न रचते हुए जनता के सामने आकर पोल्ट्री फार्म से भविष्य में उत्पन्न परिणामो की लिखित जवाबदारी ले ,उसी समय गुणाराम मेहर उपसरपंच पद का त्यागपत्र दे देंगे। गुणाराम मेहर ने आगे बताया कि इसी तरह 5 साल पूर्व पिपरिया को अपना गांव बताकर विधायक कोरोटे ने पुरे विधानसभा क्षेत्र की जनता को ठगा है। पिपरिया में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, मुरकुडोह मे स्वास्थ्य उपकेंद्र,कोटिटोला सिंचाई प्रकल्प,काशीनाला जल संचय प्रकल्प,पिपरिया में रोजगार के साधन,शिक्षा के साधन तथा रोड़ रास्ते सहित सिंचाई के साधन उपलब्ध कराने का वादा करनेवाले विधायक अब पोल्ट्रीफार्म के माध्यम से रोजगार उपलब्ध कराने का झांसा देकर जनता के भविष्य को खतरे में डालने का प्रयास कर रहे हैं। जो की पूरी तरह अनुचित है। गुणाराम मेहर ने कहा कि वे मरना पसंद करेंगे लेकिन जनता से धोखा नहीं कर सकते क्योंकि जनता ने उन पर विश्वास जताकर उन्हें अपना प्रतिनिधित्व सौंपा है। और उनके साथ स्वार्थ हित में धोखा करने वाले जनप्रतिनिधि को जनता माफ नहीं करेंगे क्योंकि इसके भयंकर दुष्परिणाम भविष्य में निर्माण होंगे जो कि पूरे पिपरिया के ही नहीं अपितु आजू-बाजू के ग्रामों के भी भविष्य को पंगु बना देंगे। अगर यह मामला अभी नहीं सुलझा तो यह मामला आगामी विधानसभा सत्र में उठने की जानकारी भी प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से गुणाराम मेहर ने दी है।
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