कांग्रेस ने टिकिट नहीं भी दिया तो चुनाव लड़ना तय – यशवंत मलये

0
2330

सालेकसा / मायकल मेश्राम

सन 2008 में परिसीमन लागू होने के पश्चात आमगांव देवरी विधानसभा क्षेत्र से तीन आदिवासी (ST) नेताओं को नेतृत्व करने का मौका मिला। जिसमें सन 2009 से 2014 स्व.रामरतन बापू रावत (कांग्रेस), सन 2014 से 2019 पूर्व विधायक मा. संजय पुराम (भाजपा), सन 2019 से 2024 और वर्तमान विधायक मा.सहसराम कोरोटे (कांग्रेस) इनका समावेश है। चुनाव पूर्व समाज हित में कार्य करने का खोखला वादा करने वाले ये नेता चुनाव जीतने के पश्चात अपने समाज और क्षेत्र के विकास को भूलकर जिस पार्टी से चुनकर आए उस पार्टी के बंधुआ मजदूर हो गए इनको समाज का कभी खयाल नहीं आया और इसीलिए अब आदिवासी समाज के सर्वांगीण विकास हेतु मैंने कांग्रेस से टिकट लेकर चुनाव लड़ने का निश्चय किया है।                                                     यदि कांग्रेस टिकट नहीं देती तो मैं निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ूंगा और जीतकर भी दिखाऊंगा क्योंकि शोषित पीड़ित आदिवासी समाज के साथ ही अन्य समाज संगठनों का भी समर्थन मुझे प्राप्त है।ऐसी जानकारी सालेकसा तहसील पत्रकार संघ के कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में पत्रकारों से चर्चा के दरमियान आदिवासी हलबा/ हलबी समाज कर्मचारी महासंघ के गोंदिया जिला अध्यक्ष मा.यशवंत मलये ने दी।
पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, कि वे भाजपा से कभी टिकट नहीं मांग सकते क्योंकि उनके और भाजपा के विचार मेल नहीं खाते हालांकि उन्हें अन्य छोटे दलों से भी चुनाव लड़ने का प्रस्ताव आया परंतु उन्होंने उनके प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। वे कांग्रेस प्रदेशाअध्यक्ष नाना भाऊ पटोले से प्रभावित है। और उन्ही से टिकिट की मांग करेंगे। अगर मिलती है तो ठीक नहीं तो आदिवासी समाज के सम्मान में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ेंगे और जीतकर भी दिखाएंगे इस अवसर पर उनके साथ महासंघ के जिला उपाध्यक्ष झनकराज नायक एवं सदस्य के.एम मानकर उपस्थित थे इसी के साथ अब कांग्रेस में धीरे-धीरे दावेदारों की संख्या बढ़ रही है। जिस से वर्तमान विधायक सहसराम कोरोटे का घमंड अब पिघलता दिख रहा है।

# कौन है यशवंत अनंतराम मलये❓

यह मूलतः गोंदिया जिले के सड़क अर्जुनी तहसील कोकना निवासी है। आदिवासी हलबा हलबी समाज कर्मचारी महासंघ के प्रदेश कार्याध्यक्ष, तथा ऑल इंडिया कर्मचारी फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष, एवं अब विधान सभा चुनावों को देखते हुए इन्हें गोंदिया जिला अध्यक्ष की भी कमान सौंपी गई है। बता दे की मलये सेंट्रल एक्साइज में सुप्रीटेंडेंट(अधीक्षक) रहे है एवं पत्नी श्रीमती अर्चना मलये सेल टैक्स में इंस्पेक्टर(निरीक्षक) है। एवं बेटा व्यवसायी है। इस तरह से यशवंत मलये इनका परिचय। अब देखना ये होगा की उच्च शिक्षा प्राप्त परिवार से आने वाले मलये इन्हें पार्टी टिकिट देगी ❓ या फिर निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर जनता का समर्थन मिलेगा❓

Previous articleसिंगर रोशन राहंगडाले का नया गीत ‘कोयलिया गावसे गाना’ हुआ रिलीज
Next articleपक्षाने मला तिकीट दिल्यास मी विधानसभा लढणार – निकेश गावड