➡️प्रभावित ग्रामीणों का सवाल, सडकोंपर चलना हुआ दुश्वार…
➡️जनप्रतिनिधियों के पास भी है महंगी कारे,जनता बेचारी क्या करें ?
जिला प्रतिनिधि माइकल मेश्राम
9881664865
सालेकसा: आमगांव – देवरी विधान सभा अंर्तगत बहुचर्चित मार्ग आमगांव से चांदसूराज तक के मार्ग की बात तो कुछ निराली ही है। इस पर सालेकसा तहसील अंतर्गत अर्धनारेश्वर, हाजराफॉल, कचारगढ़ जैसे पर्यटन स्थल है साथ ही यह मार्ग छत्तीसगढ़ के शक्ति पीठ कहे जाने वाले डोंगरगढ़ जाने के लिया सर्वोपरिय है तो बात तो करनी ही पड़ेगी। और यदि सड़क की बात करे तो भला विधायक जी एवं जनप्रतिनिधियों को कैसे भुल सकते है। इसलिए आज बात करते है आमगांव देवरी विधान सभा के अंतर्गत आनेवाला सालेकसा तहसील एवं विधायक महोदय तथा यह के जनप्रतिनिधियों की सविस्तर ऐसा की तहसील के ग्रामीण इलाकों के मुख्य रास्तों के हाल बेहाल है। उक्त सड़कों पर रोज दुर्घटनाएं हो रही है। तो दूसरी और यहां के जनप्रतिनिधि क्षेत्र का विकास किए जाने की लंबी-लंबी डिंगे हाफ रहे हैं।
उक्त जनप्रतिनिधियों के लिए ये रास्ते चुनौती बन गए हैं। कांच बंद कर फॉर्च्यूनर गाड़ी में घूमने वाले विधायक को शायद यहां के रोड़ रास्ते दिखाई नहीं देते हो एवं जनप्रतिनिधियों को भी इसमें कोई दिलचस्पी नहीं क्यू की इसका ठेका उनको नही मिलने वाला है, जहा ठेका मिले वोही विषय उठाना उचित समझते है जनप्रतिनिधि। क्यू की चुनाव में लाखो रुपए जो खर्च किया है जनता को भी यह समझना तो होगा।
अब बता दे की सालेकसा की जनता ने कांग्रेस पर लगातार सन 2019 से भरोसा किया है। विधानसभा, जी.प. व पं.स. के साथ ही ग्रा.पं. तथा हाल ही में संपन्न लोकसभा के चुनाव में। तब जनता को विश्वास था कि ये कांग्रेसी कुछ कर पाएंगे। चुनावी कालखंड बरसात का नहीं होने से उस वक्त किसी को याद नहीं आई लेकिन बरसात लगते ही सबको नानी याद आने लगी है।
तहसील में 4 जी.प. तथा 8 प. स. क्षेत्र का समावेश है। जिसमें पूरे चार जी.प. क्षेत्र में एक तरफा कांग्रेस के जनप्रतिनिधि है। आठ में से छः प.स. के जनप्रतिनिधि है। विधायक कांग्रेस तथा सांसद भी कांग्रेस से ही है।
राजनीति के गलियारे में चर्चा है, और जनता ने भी विनंती की है कि सभी जनप्रतिनिधि मिलकर एक बार सालेकसा तहसील के मुख्य मार्ग आमगांव सालेकसा तथा ग्रामीण इलाको में जाकर रोड़ रास्तों का निरीक्षण कर लेवे ताकि जनता का समाधान हो सके एवं इसका निराकरण हो सके। अब माननीय विधायक महोदय के पास इस सत्र का कुछ ही समय शेष है एवं अपने कार्य कल में हमेशा ही कही न कही के भूमि पूजन एवं कुदाल मारते दिखाई दे रहे थे ऐसे में अब जनता में चर्चा यह है की जिनके है में कुदाल गड्ढे तो वही करेंगे ना? इस लिए अपने इस सत्र के आखिर में चारो जिलापरिषद विधायक महोदय ताकत लगाकर इस विषय को चलता करेंगे या फिर आने वाले विधान सभा में विधायक महोदय को क्लीन बोल्ड होकर 5 साल की पारी खेल पवेलियन वापिस जाना पड़े यह आनेवाला चुनाव तय करेगा।