गांधी जयंती और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर नशा मुक्त समाज की परिकल्पना पर विशेष कार्यक्रम आयोजित

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आमगांव, (2 अक्टूबर): राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर, डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर दलित मित्र पुरस्कृत श्री गणेश ग्रामीण विकास शिक्षण संस्था द्वारा संचालित बाहेकर नशामुक्ति केंद्र, रिसामा, आमगांव में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य नशा मुक्त समाज की परिकल्पना को साकार करना और गांधीजी व शास्त्रीजी केग आदर्शों का स्मरण कर समाज को नशा मुक्ति की दिशा में प्रेरित करना था।

माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन से हुआ कार्यक्रम का शुभारंभ
कार्यक्रम की शुरुआत महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्रीग जी की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन से हुई। कार्यक्रम में मौजूद गणमान्य अतिथियों और नशामुक्ति केंद्र के कर्मचारियों ने राष्ट्रपिता के नशा विरोधी संदेशों को स्मरण किया।

अध्यक्षीय भाषण में नशा मुक्ति पर जोर कार्यक्रम के अध्यक्ष, सामाजिक कार्यकर्ता मा. शंभुदयाल अग्रिका ने नशाग्रस्त लाभार्थियों को संबोधित करते हुए बताया कि, नशा व्यक्ति का अस्तित्व समाप्त कर देता है और समाज को पतन की ओर ले जाता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि नशा मुक्त समाज का निर्माण ही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सपनों का समाज है।

कार्यक्रम के प्रमुख अतिथि, पुलिस उपनिरीक्षक अक्षय वडसे पाटील (आमगांव पुलिस स्टेशन), ने नशे के सामाजिक प्रभावों पर गहन चर्चा की। उन्होंने महात्मा गांधी के आदर्शों और नशा विरोधी विचारों का उल्लेख करते हुए कहा, “गांधीजी का मानना था कि नशा समाज के पतन का मुख्य कारण है, और उन्होंने अपने जीवनभर लोगों को नशे से दूर रहने की प्रेरणा दी। आज हम यहां गांधीजी के इन्हीं विचारों पर चर्चा कर रहे हैं ताकि नशा मुक्त समाज की दिशा में कदम बढ़ाए जा सकें।”

कार्यक्रम में अन्य अतिथिगण, जिनमें विभुतिनाथ झा, पिंकेश शेंडे, समीर खान, रितेश चुटे, सुरेश लिल्हारे, संजय बहेकार, जीवन चौहान, संतोष बल्लारखेड़े, ज्योति कोटांगले, मृणाल बारसे, मुनेश रहांगडाले, जितेन्द्र मेश्राम, प्रदीप पटले, स्वप्रिल मेश्राम, विजय कटरे और गिरिश नेवारे शामिल थे। इन्होंने भी अपने विचार रखे और नशा मुक्ति के प्रति लोगों को जागरूक करने के प्रयासों की सराहना की।

नशामुक्ति की ओर कदम इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य नशा मुक्ति की दिशा में जागरूकता फैलाना और नशाग्रस्त लाभार्थियों को एक नई दिशा में प्रेरित करना था। अतिथियों ने महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री जी के आदर्शों का अनुसरण करने की प्रेरणा दी और नशा मुक्त समाज की परिकल्पना को साकार करने के लिए दृढ़ संकल्प लिया।

कार्यक्रम में उपस्थित सभी कर्मचारीगण और अतिथियों ने नशा मुक्ति की इस मुहिम को सफल बनाने के लिए अपने विचार साझा किए और नशाग्रस्त लाभार्थियों को प्रोत्साहित किया कि वे अपने जीवन में नशा छोड़कर एक स्वस्थ और समृद्ध समाज की दिशा में कदम बढ़ाएं।

इस आयोजन ने महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री जी के आदर्शों के अनुरूप समाज में नशा मुक्ति के संदेश को फैलाने का कार्य किया। आयोजकों ने नशा ग्रस्त व्यक्तियों को गांधीजी की शिक्षाओं का पालन कर नशा छोड़ने की प्रेरणा दी और उन्हें एक नए सिरे से जीवन की शुरुआत करने के लिए प्रोत्साहित किया।