महाराष्ट्र की पहली किरणों का आंगन – चांदसूरज गांव

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महाराष्ट्र में सबसे पहले पड़ने वाली सूर्य किरणों वाला ऐतिहासिक और प्राकृतिक गांव

गोंदिया (१ जन.): महाराष्ट्र के पूर्वी छोर पर, छत्तीसगढ़ की सीमा के नजदीक पहाड़ियों के बीच बसा चांदसूरज गांव राज्य में सबसे पहले सूर्य किरणों का अनुभव करने वाला स्थान माना जाता है। सालेकसा तहसील के इस खूबसूरत गांव में नए साल के पहले दिन सूर्योदय के दर्शन करने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं।

सूर्योदय का पहले दर्शन – एक अनोखी पहचान : चांदसूरज गांव में नागपुर की तुलना में 4 मिनट पहले और मुंबई की तुलना में 30 मिनट पहले सूर्य की पहली किरणें पड़ती हैं। इस विशेषता के कारण यह गांव पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए खास आकर्षण बन गया है।
गांव की भौगोलिक स्थिति के कारण महाराष्ट्र की पहली सूर्य किरणें यहां पड़ती हैं। इस वजह से इसे ‘पहली किरणों का पवित्र स्थल’ कहा जाता है।

चांदसूरज नाम का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व : गांव के पास स्थित एक तालाब के किनारे पत्थर पर उकेरी गई चंद्र और सूर्य की मूर्तियां देखी जा सकती हैं। इन मूर्तियों की पूजा यहां के लोग पीढ़ियों से करते आ रहे हैं। स्थानीय मान्यताओं के अनुसार, इन मूर्तियों के कारण गांव का नाम ‘चांदसूरज’ रखा गया। यह परंपरा और आस्था इस गांव की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत को दर्शाती है। ये मूर्तियां ग्रामीणों के लिए आध्यात्मिक ऊर्जा का प्रतीक हैं।

प्राकृतिक सौंदर्य और पर्यटन का केंद्र : घने जंगलों और पहाड़ियों से घिरा चांदसूरज गांव पर्यटकों के लिए एक अद्भुत स्थान है। शुद्ध हवा, शांत वातावरण और प्रकृति की गोद में बसे इस गांव में ट्रेकिंग, फोटोग्राफी और आध्यात्मिक शांति के लिए यह आदर्श जगह है।

मुख्य विशेषताएं:

पहली सूर्य किरणें: महाराष्ट्र में सूर्योदय का सबसे पहला अनुभव।

ऐतिहासिक धार्मिक स्थल: चंद्र-सूर्य की पत्थर पर उकेरी गई मूर्तियां और उनकी पूजा परंपरा।

पर्यटन आकर्षण: नववर्ष के पहले सूर्योदय के दर्शन के लिए विशेष भीड़।

नए साल की शुरुआत उगते सूरज के साथ : नए साल के पहले दिन गोंदिया और आसपास के इलाकों से लोग चांदसूरज गांव आते हैं। यहां उगते सूरज की पहली किरणें देखकर नए साल की शुरुआत करने की परंपरा निभाई जाती है।
यह स्थान श्रद्धालुओं के लिए आध्यात्मिक शांति का केंद्र और पर्यटकों के लिए प्रकृति की सुंदरता का आनंद लेने का प्रमुख स्थल बन चुका है।

चांदसूरज – महाराष्ट्र की धरोहर : चांदसूरज गांव महाराष्ट्र की प्राकृतिक सुंदरता और ऐतिहासिक परंपराओं की अमूल्य धरोहर है। यह जगह पर्यटकों और श्रद्धालुओं को एक खास अनुभव देती है।