गोंदिया में एस.एफ.टी. अनुपालन पर आयकर विभाग का सेमिनार

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राईस मिलर्स एसोसिएशन हॉल में आयोजित जागरूकता कार्यक्रम, अधिकारियों ने दी विस्तृत जानकारी

गोंदिया – आयकर विभाग, नागपुर के आसूचना एवं आपराधिक अन्वेषण निदेशालय द्वारा राईस मिलर्स एसोसिएशन हॉल, गोंदिया में एस.एफ.टी. (Specified Financial Transactions) अनुपालन विषय पर जागरूकता सेमिनार दि.21 मार्च शुक्रवार को आयोजित किया गया। कार्यक्रम में सरकारी विभागों के अधिकारियों, चार्टर्ड अकाउंटेंट्स, टैक्स बार एसोसिएशन, ट्रेड एसोसिएशन तथा विभिन्न व्यावसायिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

इस महत्वपूर्ण सेमिनार में अपर आयकर निदेशक ऋषि कुमार बिसेन, आयकर अधिकारी नितीन श्रीवास्तव, तथा आयकर विभाग, नागपुर के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ज्वाइंट डिस्ट्रिक्ट रजिस्ट्रार, गोंदिया के. एस. कांबले थे, जिन्होंने कर अनुपालन में जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया।

सेमिनार की मुख्य विशेषताएँ

✅ ई-वेरिफिकेशन स्कीम 2021 पर विस्तृत जानकारी
अपर आयकर निदेशक ऋषि कुमार बिसेन ने प्रतिभागियों को ई-वेरिफिकेशन स्कीम, 2021 की कार्यप्रणाली और उद्देश्यों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह स्कीम करदाताओं की पारदर्शिता सुनिश्चित करने और कर अनुपालन को सरल बनाने में मदद करती है।

✅ एस.एफ.टी. अनुपालन पर विस्तृत प्रस्तुति
आयकर अधिकारी नितीन श्रीवास्तव ने पावरपॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से एस.एफ.टी. अनुपालन के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि बैंकों, वित्तीय संस्थानों, संपत्ति पंजीकरण कार्यालयों और व्यापारिक संगठनों के लिए एस.एफ.टी. रिपोर्टिंग अनिवार्य है।

✅ प्रश्न-उत्तर सत्र: प्रतिभागियों की शंकाओं का समाधान
प्रतिभागियों को एस.एफ.टी. अनुपालन से जुड़ी समस्याओं को साझा करने का अवसर मिला, जिनका समाधान अपर आयकर निदेशक ऋषि कुमार बिसेन ने किया।

इस सेमिनार में गोंदिया जिले के सभी सब-रजिस्ट्रार कार्यालयों (SROs), कोऑपरेटिव बैंक अधिकारियों, चार्टर्ड अकाउंटेंट्स एसोसिएशन, टैक्स बार एसोसिएशन, और व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

कार्यक्रम के अंत में आयकर विभाग, नागपुर ने राइस मिलर एसोसिएशन, गोंदिया, चार्टर्ड अकाउंटेंट्स एसोसिएशन, टैक्स बार एसोसिएशन, और अन्य सहभागी संस्थानों के प्रति आभार व्यक्त किया। विभाग ने यह भी आश्वासन दिया कि भविष्य में इस तरह के जागरूकता कार्यक्रम जारी रहेंगे, ताकि करदाताओं को सही मार्गदर्शन और जानकारी मिल सके।