आमगांव में गूंजेगी पोवारी संस्कृति की स्वर-गाथा: डॉ. विशाल बिसेन होंगे पांचवें राष्ट्रीय पोवारी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष

0
238
1

11 मई 2025 को भवभूति महाविद्यालय में होगा भव्य आयोजन; देशभर से 150 से अधिक साहित्यकारों की सहभागिता, पोवारी भाषा-संस्कृति को मिलेगा राष्ट्रीय मंच

“गोंदिया जिले के आमगांव में 11 मई 2025 को एक ऐतिहासिक साहित्यिक-सांस्कृतिक आयोजन होने जा रहा है। भवभूति महाविद्यालय के सभागृह में आयोजित पांचवें राष्ट्रीय पोवारी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष पद पर प्रसिद्ध उद्योगपति, लेखक एवं सामाजिक विचारक डॉ. विशाल बिसेन की नियुक्ति की गई है। यह जानकारी राष्ट्रीय पोवारी साहित्य समिति के अध्यक्ष इंजीनियर गोवर्धन बिसेन ‘गोकुल’ ने दी।”

गोंदिया  : डॉ. विशाल बिसेन न केवल अखिल भारतीय क्षत्रिय पोवार (पंवार) महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, बल्कि पोवारी बोली, समाज और संस्कृति के प्रखर अध्येता और मुखर प्रवक्ता भी हैं। उनकी चर्चित पुस्तक “पोवारोत्थान” पोवारी समाज की सांस्कृतिक और भाषायी विरासत पर केंद्रित एक अनूठा ग्रंथ है, जिसे साहित्यिक और बौद्धिक जगत में खूब सराहा गया है।

यह सम्मेलन पोवारी साहित्य, बोली और संस्कृति के संरक्षण, संवर्धन और प्रचार-प्रसार हेतु एक राष्ट्रीय मंच प्रदान करने के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है। देशभर से 150 से अधिक साहित्यकारों, लेखकों, कवियों और विद्वानों की सहभागिता इस आयोजन को विशेष गरिमा प्रदान करेगी।

सम्मेलन की प्रमुख गतिविधियाँ इस प्रकार हैं:

विचार परिसंवाद: “पोवारी संस्कृति का अस्तित्व, आवश्यकता एवं संरक्षण” विषय पर विशेषज्ञों का संवाद

साहित्यिक विमर्श: “पोवारी साहित्य की रचना, आवश्यकता एवं उसका भविष्य” विषय पर सघन विचार गोष्ठी

काव्यपाठ सत्र: दो चरणों में देशभर के पोवारी कवियों द्वारा सृजनात्मक काव्यपाठ

वार्षिक पोवारी साहित्य पुरस्कार वितरण: उल्लेखनीय साहित्यकारों को सम्मानित किया जाएगा

इस सम्मेलन का उद्देश्य केवल भाषा और साहित्य को सम्मान दिलाना ही नहीं, बल्कि नई पीढ़ी में अपनी सांस्कृतिक जड़ों के प्रति गौरव और जागरूकता उत्पन्न करना भी है। आयोजन की तैयारियाँ अंतिम चरण में हैं और आयोजन समिति इस ऐतिहासिक अवसर को भव्य और स्मरणीय बनाने के लिए पूर्णतः संकल्पित है।